देवी अहिल्या की पुण्यगाथा का नाट्य मंचन किया गया।

रतलाम 29 जनवरी 2025/ मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग तथा विश्व मांगल्य सभा के संयुक्त तत्वधान में राष्ट्र समर्थ देवी अहिल्या की पुण्य गाथा का नाट्य मंचन स्थानीय कालिका माता मंदिर परिसर में बुधवार को हुआ। पुण्य श्लोका अहिल्यादेवी होलकर के जन्म त्रिशताब्दी के अवसर पर आयोजित नाट्य मंचन में कलाकारों के प्रभावी अभिनय ने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। देवी अहिल्या के जीवन पर आधारित नाट्य मंचन के अवसर पर पद्मश्री डॉ. लीला जोशी, खाचरौद बगलामुखी पीठ के श्री कृष्णानंदजी महाराज, महापौर श्री प्रहलाद पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री प्रदीप उपाध्याय, निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा, विश्व मांगल्य सभा मध्यप्रदेश की अध्यक्ष श्रीमती सूरज गुमानसिंह डामोर, विश्व मांगल्य सभा क्षेत्र संगठन मंत्री सुश्री पूजा पाठक, कलेक्टर श्री राजेश बाथम आदि उपस्थित थे। लगभग डेढ घंटे के नाट्य मंचन के दौरान सभी कलाकारों द्वारा अविस्मरणीय प्रस्तुति दी गई। नाट्य मंचन में अहिल्या देवी के जीवन चरित्र, उनके कार्यों, उनके सदाचरण, उनके जीवन दर्शन विभिन्न बिन्दुओं पर भिन्न-भिन्न कलाकारों द्वारा अभिनय प्रस्तुति दी गई। 

कार्यक्रम में श्रीमती सूरज डामोर ने अपने उद्बोधन में विश्व मांगल्य सभा के कार्यों से अवगत कराया। श्री कृष्णानंदजी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि वीरांगनाओं का जीवन अद्भुत होता है, मां अहिल्या का जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक है। आज इस नाट्य मंचन के अवसर पर हम माता अहिल्या का स्मरण कर गौरवान्वित है। उन्होंने उद्योगों से लेकर समाज कल्याण और सभी क्षेत्रों में अविस्मरणीय कार्य किया है, उनके अनुकरणीय कार्य हमारे हृदय पटल पर अंकित है। श्री कृष्णानंदजी महाराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में तेजी से विकास किया जा रहा है। उद्योगों से लेकर रोजगार तथा अन्य क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति चहुंऔर दिख रही है। मध्यप्रदेश तेजी से विकसित हो रहा है व्यापार व्यवसाय उन्नति कर रहा है। योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है। 

पद्मश्री डॉ .लीला जोशी ने अपने उद्बोधन में अहिल्या देवी होलकर के जीवन का स्मरण किया और प्रेरणादायक बताया। सुश्री पूजा पाठक ने अपने उद्बोधन में कहा कि विश्व मांगल्य सभा राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रही है, कई बहने इस कार्य से जुड़ी हैं। देवी अहिल्या की पुण्य गाथा पर आधारित नाट्य मंचन में उपस्थित दर्शकगण पुण्य गाथा का संदेश लेकर जाएंगे। देवी अहिल्या का जीवन कई क्षेत्रों और कार्यों के समन्वय का अनूठा उदाहरण है।

इस अवसर पर अनिता कटारा, सपना त्रिपाठी, शबाना खान, धीरजकुंवर, निशा सोमानी, टीना मेहता, रामू डाबी, धर्मेन्द्र व्यास, दिलीप गांधी, राजेन्द्र चौहान, राजू सोनी, गौरव त्रिपाठी, राजेश माहेश्वरी, परमानन्द योगी, योगेश पापटवाल, शक्तिसिंह, रणजीत टांक आदि उपस्थित थे।